मदरसा जामिया उल उलूम में जलसा दस्तारबंदी, दीक्षांत समारोह

39 बच्चे बने हाफिज ए कुरान उत्तराखंड से लेकर कर्नाटक तक के बच्चे शामिल

अमानुल्लाह उस्मानी

मदरसा जामिया उलूम माजरा में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 39 छात्रों को हाफिज ए कुरान की उपाधि से अलंकृत किया गया

मदरसा जामिया उल उलूम माजरा देहरादून में 39 बच्चों ने कुरान हिप्स किया जिनकी आज एक जलसा ए आम में दस्तारबंदी की गई, इन 40 बच्चों में उत्तराखंड से लेकर कर्नाटक के बच्चे शामिल है
मगरिब और ईशा के दरमियान हाफिज ए कुरान बच्चों के दस्तार बांधकर उनको सनद दी गई, बारी बारी से हाफिज ए कुरान बच्चों को स्टेज पर बुलाकर समाजसेवी एवं उद्योगपति डॉक्टर सैयद फारुख साहब, मौलाना शाकिर साहब, मौलाना एजाज साहब, मुफ्ती रईस साहब, शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी साहब, कारी मोहम्मद कुर्बान साहब, मुफ्ती वसी उल्लाह साहब, मुफ्ती जिया उल हक साहब, कारी मोहम्मद तारिक साहब मुफ्ती वासिल साहब, और मदरसे प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष जनाब शाहिद साहब की मौजूदगी में दस्तारबंदी की गई,
इस मौके पर मौलाना सलमान साहब ने मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए कहा की कुरान शरीफ हमें जिंदगी जीने का तरीका सिखाता है यह तभी मुमकिन है जब हम कुरान शरीफ को अपने जीवन में उतार ले उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि हमारे व्यवहार में कुरान शरीफ की तालीम नजर आनी चाहिए जिंदगी में कामयाबी के लिए जरूरी है कि हमारा व्यवहार अच्छा होना चाहिए और यह तभी मुमकिन है जब हम इस्लामी तालीम आप पर अमल करें