सरकार की जांच से घबराने वाले नहीं हैं मदरसे
सरकारी स्कूलों से बेहतर है मदरसों में शिक्षा का माहौल – मौलाना नसीम कासमी
रुड़की – उत्तराखंड सरकार भले ही अरबी मदरसों की तीन सदस्य कमेटी से जांच कराने की कवायद में जुटी हो लेकिन मदरसा प्रबंधकों में इससे कोई डर या दहशत जरा भी नहीं हैं हालांकि कुछ उलेमाओं का कहना है की सरकार को ऐसे मदरसों की जांच करानी चाहिए जिन्हे सरकार सहायता प्रदान कर रही है या ऐसे मदरसे जिनके पास भारी भरकम बजट आते हैं ।जमीयत उलेमाएं हिंद के जिला महामंत्री और मदरसा इरफानुल उलूम रामपुर के प्रबंधक मौलाना नसीम कासमी ने बड़ी बेबाकी के साथ कहा की अरबी मदरसों में जांच को लेकर किसी तरह का कोई डर या भय नहीं होना चाहिए सरकार एक नहीं बार बार जांच कराए उनका कोई नुकसान नहीं है। जांच को लेकर सरकार की नीयत भी ठीक नहीं है। मौलाना नसीम कासमी ने कहा की अरबी मदरसे सरकारी स्कूलों से बेहतर तालीम दे रहे हैं जिनमे हिंदी इंग्लिश और मैथ जैसी महत्त्वपूर्ण विषय की पढ़ाई भी शामिल है।उन्होंने कहा की सरकार अगर मदरसों की जांच शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने के उद्देश्य से कर रही है तो बेहतर है अगर कोई दूसरा उद्देश्य है तो फिर गलत है।मौलाना नसीम ने कहा की आज के समय में अरबी मदरसों ने पढ़ाई का नया माहौल बनाया है जिसमें बेहतर तालीम दी जा रही है। उन्होंने कहा की मदरसे की मान्यता लेने में बहुत बड़ी प्रेशानी का सामना करना पड़ता है उत्तराखंड मदरसा बोर्ड से मान्यता लेने के लिए काफी चक्कर लगाने पड़ते है और बिना रिश्वत के कुछ नही होता। उन्होंने कहा अरबी मदरसे हमेशा से देश में आपसी भाईचारे और सौहार्द का माहौल बनाते आए हैं जहां पर दहशतगर्दी का कोई सवाल ही नहीं उठता।