जो हमारे बुजुर्गों ने तालीम हासिल की वही हमको करनी है
तकमील ए हिफ़्ज़ क़ुरआन प्रोग्राम में दिया गया शिक्षा हासिल करने पर ज़ोर
रामपुर मनिहारान (शिब्ली रामपुरी) मुस्लिम उलेमा ने दीनी तालीम के साथ-साथ दुनियावी तालीम हासिल करने पर भी जोर देते हुए कहा कि जो जज्बा तालीम हासिल करने का हमारे बुजुर्गों का रहा है उसी जज्बे को कायम रखते हुए और उसी जज्बे के साथ हमको भी तालीम हासिल करने की जरूरत है तभी हम सफलता के नए आयाम हर क्षेत्र में हासिल कर सकते हैं.
दारुल क़ुरआन एकेडमी” मस्जिद मौलाना अब्दुस्समी रामपुर मनिहारान में “तकमील ए हिफ़्ज़ क़ुरआन” के प्रोग्राम का आयोजन हुआ। जिसमें मेहमानान ए खुसूसी के तौर पर मौलाना उसामा सिद्दीकी नानोतवी, मौलाना असद मियां रामपुरी, क़ारी सय्यद इरशाद व मौलाना साबिर नदवी साहब शरीक हुए जबकि अध्यक्षता मुफ़स्सिर ए क़ुरआन मौलाना वसी सुलैमान नदवी ने की.
इस प्रोग्राम का आगाज़ क़ारी सय्यद इरशाद की तिलावत और “मुईन अलीम नदवी” की नात ए पाक से किया गया जबकि संचालन मौलाना ज़करिय्या नदवी द्वारा किया गया.
“मौलाना उसामा नानोतवी ने शिक्षा के प्रति जागरूकता पर रोशनी डालते हुए कहा कि तालीम हासिल करने में हमें उसी तरह कोशिश करनी चाहिए जिस तरह हमारे बुज़ुर्गों और सहाबा ए किराम ने कोशिशें की हैं, हमारे बुज़ुर्गों और सहाबा ए किराम ने एक एक हदीस के लिए हजारों हज़ारों मील का सफर तय किया है। तब जाकर हम तक यह इल्म की दौलत पहुंची है.
सदारती खिताब से पहले “दारुल क़ुरआन एकेडमी” में हाफ़िज़ हुए “मोहम्मद उमम सानी” की दस्तार बन्दी हुई, जिन्होंने सिर्फ 17 महीने में हिफ़्ज़ ए क़ुरआन मुकम्मल किया..!
मौलाना वसी सुलैमान नदवी ने हाफिज ए क़ुरआन की फ़ज़ीलत बयान करते हुए बताया कि एक हाफिज 10 लोगों को जन्नत में लेकर जाएगा, हाफिज ए क़ुरआन हमारे लिए जन्नत का सर्टिफिकेट है इसलिए कम से कम हर घर मे एक या दो हाफिज तो ज़रूर होना चाहिए..!
कार्यक्रम के अंत में देश में अमन और खुशहाली के लिए दुआ की गई. दुआ मौलाना असद मियां रामपुरी ने करवाई और इस प्रोग्राम के आयोजक “मुफ़्ती रय्यान सिद्दीक़ी नदवी” डायरेक्टर दारुल क़ुरआन एकेडमी” ने प्रोग्राम में तशरीफ़ लाये सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।
मौलाना हिदायत नदवी, मौलाना नदीम अजहरी, क़ारी बाबर, हाफिज आसिफ, क़ारी तजम्मुल, मुन्शी नदीम, आसिफ, मोनिस, जावेद, हाजी सफीर, हाजी तनवीर आदि मुख्य तौर पर कार्यक्रम में मौजूद रहे.