स्वतंत्रता सेनानी परिवार कल्याण महापरिषद ने वर्चुअल बैठक कर पहलगाम आतंकी घटना की कड़े शब्दों में की निंदा
रुड़की – स्वतंत्रता सेनानी परिवार कल्याण महापरिषद ने वर्चुअल बैठक करके पहलगाम आतंकी घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है,साथ ही निर्णय लिया गया कि उक्त मामले में संगठन केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।महापरिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन बताया कि हमारा संगठन एक ऐसा राष्ट्रवादी संगठन है जिनके पूर्वजो ने देश को आजादी दिलाने के लिए शहादत दी और स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों का कड़ा मुकाबला कर जेल यातनाएं सहनकर भारत माँ को आजाद कराया था,ऐसे में उनके वारिस पहलगाम जैसी आतंकी घटना को कैसे बर्दाश्त कर सकते है। पहलगाम आतंकी घटना में मारे गए निर्दोषों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने की मांग की गई। बैठक में आमजन में राष्ट्र भावना जागृत कर पहलगाम मुद्दे पर एकजुटता की अपील की गई।महापरिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी 101 वर्षीय प्रहलाद प्रजापति ने हॉस्पिटल में भर्ती रहते हुए ही बैठक को वर्चुअल रूप में सम्बोधित किया और पहलगाम आतंकी हमले को कायरता बताया।
राष्ट्रीय समन्वयक हरिराम गुप्ता के संचालन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अवधेश पंत गुरविंदर सिंह पाल, अजय सितलानी, मुकेश मार्केट , महावीर डाका ,देहरादून से आशा लाल,रांची से वंदना राय ,दिल्ली से इंद्रा मिश्रा आदि ने अपने सम्बोधन में पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में भर्त्सना की और इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया।वही बिहार के रोहतास जिले के चेनारी में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर महान स्वतंत्रता सेनानियों के पावन स्थल को ध्वस्त एवं शिलापट को चकनाचूर करने की क्रूर कार्रवाई के विरुद्ध एकजुट हो कर आवाज बुलंद करने का आह्वान किया गया।साथ ही संबंधित अधिकारी के खिलाफ अतिशीघ्र उचित कार्रवाई करने और 40 महान स्वतंत्रता सेनानियों के ध्वस्त किए गए शीलापट को अतिशीघ्र भव्य स्वरूप देकर स्थापित करने की मांग की गई। ऐसा न होने पर महापरिषद देशव्यापी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा ।
बैठक के अंत मे 2 मिनट को मौन रखकर पहलगाम में मारे गए लोगो को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।