पूर्व मंत्री (अनुसूचित मोर्चे ) जगजीवन राम का भाजपा से निष्कासन ,प्रदेश अध्यक्ष समीर आर्य ने की पुष्टि
दीपक मौर्य
हरिद्वार। आखिरकार भाजपा ने हरिद्वार से अनुसूचित मोर्चे के पूर्व प्रदेश मंत्री जगजीवनराम को निष्कासित कर बाहर का रास्ता दिखा ही दिया। इस बात की पुष्टि भाजपा के अनुसूचित मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष समीर आर्य ने की है। उन्होंने फोन पर हमारे संवाददाता को जानकारी दी कि 24 जुलाई को भाजपा के एससी मोर्चे के प्रदेश मंत्री ने उन्हें एक पत्र दिया था जिसमे उन्होंने स्वेच्छा से पद मुक्त करने का निवेदन किया था। उन्होंने पत्र के जरिए कहा था कि व्यक्तिगत जिम्मेदारियों के चलते मै संगठन के लिए समय नहीं निकाल पाऊंगा तो संगठन ने उन्हें एक निष्ठावान कार्यकर्ता समझकर उन्हें पद मुक्त कर दिया था तथा उन्हें सूचित भी कर दिया गया था।
मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष समीर आर्य ने 20 अगस्त को निष्कासन पत्र जारी किया तथा निष्कासन की वजह भाजपा की नीतियों के खिलाफ चलना, अनुशासन हीनता और बार बार संगठन को कटघरे में खड़ा करना है। उन्होंने कहा कि जगजीवनराम समाज को बरगलाने का काम कर रहे हैं। पद मुक्त होने के बाद भी अपनी गाड़ी पर प्रदेश मंत्री क्यों लिख रहे हो। इसके बाद बार बार सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि कुछ नही किया कुछ नही किया। लोगों को भ्रमित करना कहां था उचित है। आप भाजपा के लोग हैं आप क्यों नहीं वार्ता कर रहें क्यों आप महापंचायत के द्वारा आग में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप अपनी निजी लड़ाई के लिए समाज का अहित कर रहें हैं।।
वहीं दूसरी तरफ जगजीवनराम ने कहा कि मैं अपने समाज की लड़ाई लड़ रहा हूं और मेरे लिए समाज पहले है पार्टी बाद में। उन्होंने बेलड़ा प्रकरण में खुलकर पूर्व मंत्री यतीश्वरानंद पर आरोप लगाए और कहा कि यह सब उन्ही के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने निष्कासन के लिए भाजपा का धन्यवाद और आभार जताया।