भारत-पाक तनाव चरम पर: मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए एडवाइजरी जारी, जम्मू मेडिकल संस्थान अलर्ट पर
भारत-पाक़ ने सीमा पर तैनाती बढ़ाई-भारतीय सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर- केंद्र सरकार,विपक्ष,जम्मू कश्मीर सरकार,कश्मीरी आवाँम, हम साथ साथ हैं
अंतरराष्ट्रीय ज़गत में भारत द्वारा पाक पर किसी सैन्य कार्रवाई या सर्जिकल स्ट्राइक की सुबसुबाहट है- पहलगाम हमले की ज़वाबी कार्यवाही पर सबकी नज़रें-
एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं
भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव चरम पर पहुंच गया है। हालिया पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्पन्न हालातों के मद्देनज़र केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। भारतीय सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, जम्मू-कश्मीर प्रशासन और आम कश्मीरी अवाम के साथ मिलकर एकजुटता दिखाई जा रही है। इस बीच सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सभी मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए एक अहम एडवाइजरी भी जारी की है, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
सीमा पर तैनाती बढ़ी, भारतीय सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर
सूत्रों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान दोनों ने सीमा पर फौजी तैनाती बढ़ा दी है। एलओसी पर पाकिस्तानी सेना द्वारा स्मॉल आर्म फायरिंग के जवाब में भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ कार्रवाई की है। क्विक रिएक्शन टीम्स को सक्रिय कर दिया गया है, और फायरिंग की आवाजें रातभर सुनाई देती रहीं। भारतीय सुरक्षा बलों ने अपने सभी आवश्यक संसाधनों – गोला-बारूद, राशन और मेडिकल सपोर्ट – का स्टॉक सुनिश्चित कर लिया है।
अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर पाकिस्तान ने चिनाब रेंजर्स की तैनाती बढ़ाई है। भारतीय पक्ष ने भी सुरक्षा बलों को पूरी तरह तैयार रहने के आदेश जारी किए हैं। खुफिया एजेंसियों ने कश्मीरी पंडितों और गैर-कश्मीरियों पर संभावित आतंकी हमले की आशंका जताई है, जिसके चलते व्यापक तलाशी अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी
राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी मीडिया संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे:
- रक्षा अभियानों या सुरक्षा बलों की गतिविधियों का रियल टाइम कवरेज न करें।
- संवेदनशील जानकारी का असावधानीपूर्वक प्रसारण न हो, जिससे शत्रु पक्ष को लाभ मिल सकता है।
- केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 के तहत दिए गए निर्देशों का पालन अनिवार्य है।
- कारगिल युद्ध, 26/11 मुंबई हमले जैसी घटनाओं से सबक लेते हुए रिपोर्टिंग में पूरी सावधानी बरती जाए।
- केवल प्रामाणिक और सत्यापित जानकारी साझा की जाए।
- सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को भी जिम्मेदारी के साथ जानकारी प्रसारित करने को कहा गया है।
मंत्रालय ने यह भी चेताया है कि नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी। एडवाइजरी में मीडिया को राष्ट्रहित में काम करने की अपील की गई है।
जम्मू के मेडिकल कॉलेज और अस्पताल अलर्ट पर
जम्मू-कश्मीर में मौजूदा हालात को देखते हुए सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों को आपातकालीन तैयारी के निर्देश दिए गए हैं। जीएमसी जम्मू के चिकित्सा अधीक्षक ने आदेश जारी कर सभी स्टाफ को सतर्क रहने और आवश्यक दवाइयां व उपकरण तैयार रखने को कहा है।
- अनावश्यक छुट्टियों पर रोक लगाई गई है।
- 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।
- संपर्क नंबर: 0191-2582355, 0191-2582356
यह सभी निर्देश किसी भी आकस्मिक आपात स्थिति का सामना करने के लिए जारी किए गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और भारत का रुख
आज भारत की वैश्विक स्थिति ऐसी है कि हर देश भारत के बढ़ते दबदबे को स्वीकार कर रहा है। अर्थव्यवस्था, कूटनीति और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत ने जबरदस्त पहचान बनाई है। पहलगाम हमले के बाद वैश्विक समुदाय ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के कदमों का समर्थन किया है।
ऐसे माहौल में, भारत की ओर से पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक या अन्य सैन्य कार्रवाई की सुगबुगाहट साफ महसूस की जा रही है। सरकार, विपक्ष, जम्मू-कश्मीर प्रशासन और कश्मीरी आम जनता – सभी एक स्वर में देशहित के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
निष्कर्ष
उपरोक्त परिस्थितियों का विश्लेषण करें तो यह स्पष्ट है कि:
- भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है।
- मीडिया को राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र सतर्कता बरतने के निर्देश जारी हो चुके हैं।
- मेडिकल संस्थानों को किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी भारत के साथ खड़ा नजर आ रहा है।
- पहलगाम हमले की जवाबी कार्रवाई की प्रतीक्षा पूरे देश और दुनिया को है।
देश के हर नागरिक को इस समय संयम, सतर्कता और राष्ट्रीय एकता का परिचय देना चाहिए।
-संकलनकर्ता लेखक – कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यमा सीए(एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र 9284141425