पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ भारत के साथ पूरी दुनिया एकजुट
पहलगाम हमले की निंदा करने वालों में खुद कश्मीर की आम जनता व मुस्लिम वर्ल्ड भी शामिल हो गया है
अंतरराष्ट्रीय जगत में आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में भारत को मज़बूती से समर्थन की घोषणाओं का ताँता लगा- सर्जिकल स्ट्राइक की सुबसुबाहट
एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं
गोंदिया महाराष्ट्र–22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले ने न केवल भारत को, बल्कि पूरे विश्व समुदाय को झकझोर दिया। इस हमले में 27 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या ने मानवता को शर्मसार कर दिया। इसके विरोध में पूरी दुनिया ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़े होने का ऐलान किया है। इस लेख में हम अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं, भारत सरकार की कार्रवाई और वैश्विक परिदृश्य पर इस हमले के प्रभाव का विश्लेषण करेंगे।
हमले के बाद भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई
हमले के तुरंत बाद, भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने का आदेश दिया। साथ ही, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए गए। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी सेना की फायरिंग का माकूल जवाब देते हुए पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया। क्विक रिएक्शन टीम्स को सक्रिय किया गया और सेना के सभी संसाधनों को पूरी तरह तैयार रखा गया।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकजुटता
हमले के बाद दुनियाभर से भारत के समर्थन में प्रतिक्रियाएं आईं:
- अमेरिका: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए भारत के साथ मजबूती से खड़े रहने का ऐलान किया। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने अपनी भारत यात्रा जारी रखते हुए भारत के प्रति एकजुटता दिखाई।
- रूस: राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को संदेश भेजकर भारत के प्रति समर्थन व्यक्त किया।
- इज़राइल: इज़राइली प्रधानमंत्री ने भी भारत के साथ एकजुटता दिखाई और आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई को दोहराया।
- यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, जर्मनी, ईरान और सऊदी अरब सहित कई देशों ने हमले की निंदा कर भारत को समर्थन का आश्वासन दिया।
मुस्लिम वर्ल्ड और कश्मीर की जनता का समर्थन
पहलगाम हमले के बाद, कश्मीर की आम जनता ने भी आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की। इसके साथ ही मुस्लिम वर्ल्ड लीग और अरब जगत के कई देशों ने हमले की कड़ी निंदा की। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने स्वयं प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर भारत को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।
चीन और तालिबान की प्रतिक्रियाएँ
- चीन: भारत के साथ व्यापारिक हितों को देखते हुए, चीन ने भी इस हमले की निंदा करते हुए आतंकवाद का विरोध किया। यह चीन की तरफ से एक सकारात्मक संकेत है।
- तालिबान: अफगानिस्तान में सत्ता में काबिज तालिबान ने भी इस हमले की निंदा की और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की, जिससे पाकिस्तान की स्थिति और भी असहज हो गई।
भारत-पाकिस्तान तनाव
हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया है। भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया है और पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के आदेश दिए हैं। पाकिस्तान ने भी शिमला समझौते को रद्द करने की धमकी दी है। सीमावर्ती क्षेत्रों और अस्पतालों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट कर दिया गया है।
निष्कर्ष
पहलगाम में हुए विभत्स आतंकवादी हमले के खिलाफ आज पूरी दुनिया भारत के साथ मजबूती से खड़ी है। कश्मीर की आम जनता से लेकर मुस्लिम वर्ल्ड तक ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को पहले से कहीं अधिक समर्थन मिल रहा है, जिससे भारत की स्थिति और मजबूत हो गई है। वहीं, पाकिस्तान अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि और समर्थन दोनों खोता जा रहा है।
यह वैश्विक समर्थन भारत को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास प्रदान कर रहा है — और संभवतः एक और सर्जिकल स्ट्राइक की सुगबुगाहट भी सुनाई दे रही है।