लेख

मुसलमानों के बारे में आडवाणी की वह बात आज भी है महत्वपूर्ण

शिब्ली रामपुरी

भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की हाल ही में घोषणा हुई जिसके बाद लालकृष्ण आडवाणी एक बार फिर से मीडिया की सुर्खियों में आ गए. पूर्व उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की मुस्लिम समाज के बारे में कही गई एक बात हमेशा ज़ेहन में रहती है और जो उन्होंने उस वक्त कहा था वह बात आज भी आईने की तरह साफ है.
सहारनपुर की नागल विधानसभा सीट पर उस वक्त चुनाव हो रहे थे और लालकृष्ण आडवाणी रामपुर मनिहारान के भूरियान राइस मिल में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने उस समय एक बात यह कही थी कि मुस्लिम समुदाय की बदहाली के बारे में काफी बातें की जाती हैं लेकिन मुस्लिम समुदाय यदि आजादी के इतने वक्त बाद भी बदहाली के दौर से गुजर रहा है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है क्या भाजपा जिम्मेदार है या फिर कांग्रेस?
लालकृष्ण आडवाणी ने कहा था कि देश में सबसे लंबे समय तक कांग्रेस का शासन रहा और कांग्रेस को मुसलमानो की हमदर्द पार्टी के तौर पर समझा जाता है लेकिन यह बताइए कि जब सबसे लंबे समय तक कांग्रेस के शासन में भी मुसलमानों की बदहाली दूर नहीं हुई तो इसके लिए सबसे बड़ी जिम्मेदार क्या कांग्रेस पार्टी नहीं है? लालकृष्ण आडवाणी की यह बात आज भी आईने की तरह साफ है कि सबसे लंबे वक्त तक देश में कांग्रेस पार्टी का शासन रहा है और कांग्रेस पार्टी ने हमेशा खुद को मुसलमानों का हमदर्द बताने और जताने में कोई कसर बाकी नहीं रखी लेकिन उसके बावजूद भी मुसलमान आज बदहाली के दौर से अगर गुजर रहे हैं तो इसके लिए भाजपा को तो पूरी तरह से जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है क्योंकि कांग्रेस का इतने लंबे समय तक शासन रहा उसकी केंद्र से लेकर राज्यों में हुकूमत रही और उसके बावजूद भी मुसलमानो की बदहाली दूर नहीं हो सकी तो यह सवाल तो उठना लाजिमी है. आज भी कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गज नेता अक्सर अपने भाषणों में मुसलमानों की बदहाली का जिक्र करते हैं और दावे करते हैं कि अगर हम सत्ता में आ गए तो मुसलमानों के साथ जो सलूक हो रहा है जिस बदहाली से वह गुज़र रहे हैं उससे उनको निजात मिल जाएगी लेकिन ऐसे नेताओं को लालकृष्ण आडवाणी के बयान पर ध्यान देना चाहिए कि कांग्रेस की इतनी समय की सरकार के बावजूद भी मुसलमान बदल क्यों हैं ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *