राजनीति

कांग्रेस में आजकल यह क्या हो रहा है?

कांग्रेस में आजकल यह क्या हो रहा है?

शिब्ली रामपुरी

देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में आजकल जो कुछ हो रहा है उसे देखकर एक बहुत मशहूर गीत याद आता है

वक्त इंसान पर ऐसा भी कभी आता है
राह में छोड़कर साया भी चला जाता है

कांग्रेस पार्टी आज जिस दौर से गुजर रही है ऐसा शायद उसने कभी ख्वाब में भी नहीं सोचा होगा लेकिन ख्वाब नहीं बल्कि हकीकत में ऐसा हो रहा है कि आजकल कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक नैया जिस तरह से लगातार भंवर की ओर जा रही है उसी तरह से उसमें सवार लोग अपना नया ठिकाना तलाशने लगे हैं और बहुत सारों ने तो अपना ठिकाना तलाश भी लिया है और वह वहां पर पहुंच भी चुके हैं. यह सही है कि कांग्रेस पार्टी का यह सबसे खराब दौर है जिससे निकलने के लिए पार्टी में खूब छटपटाहट है और वह इससे निकलने के लिए काफी प्रयास भी कर रही है लेकिन यह बात बड़ी अजीब लगती है कि जिन नेताओं ने कल तक कांग्रेस में रहकर सत्ता सुख भोगा जो बड़े-बड़े ओहदो पर भी रहे उसके बावजूद भी आज पार्टी के इस बुरे वक्त में वह जिस तरह से कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी या दूसरी पार्टियों में जा रहे हैं अपने लिए सियासी मंजिल तलाश कर रहे हैं उससे कहीं ना कहीं यह बात कही जा सकती है कि कांग्रेस पार्टी में काफी वक्त से सब कुछ सही नहीं चल रहा है. कांग्रेस का एक तो सबसे खराब दौर और दूसरे कांग्रेस पार्टी में अधिकतर नेताओं को यही शिकायत रहती है कि उनकी बात को पार्टी हाईकमान की ओर से सुना तक नहीं जाता तो ऐसे में हम कांग्रेस में रहकर क्या करेंगे?
उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र एवं दूसरे कई राज्यों में कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं लेकिन कांग्रेस इससे कोई खास सबक़ हासिल करती और कदम उठाती नजर नहीं आ रही है वरना जिस तरह से एक के बाद एक दिग्गज नेता कांग्रेस पार्टी छोड़ रहे हैं उससे तो कांग्रेस में काफी सुधार हो जाना चाहिए था. कांग्रेस पर परिवारवाद की राजनीति का भाजपा आरोप लगाती है हालांकि ये एक राजनीतिक आरोप है लेकिन सच ये भी है कि कांग्रेस पार्टी कुछ नेताओं के इर्द-गिर्द ही हमेशा से घूमती रहती है. जिससे कई बार तो ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी में भी शायद वन मैन शो की स्थिति है.
कांग्रेस पार्टी का साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसलिए छोड़ा क्यूंकि उनको शिकायत थी कि पार्टी में उनकी बात को सुना नहीं जाता.
महाराष्ट्र में पूर्व सीएम अशोक चव्हाण और बाबा सिद्दीकी ने भी कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया और जिस तरह की खबरें मध्य प्रदेश से आ रही हैं वह भी यही साबित करती हैं कि कांग्रेस के दिग्गज नेता भी अब पार्टी छोड़ने में कोई हिचक नहीं रखते.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *