जी हां बहनों और भाइयों मैं हूं आपका दोस्त अमीन सयानी
जी हां बहनों और भाइयों मैं हूं आपका दोस्त अमीन सयानी
शिब्ली रामपुरी
अमीन सयानी साहब इस दुनिया को अलविदा कह गए काफी वक्त से वह बीमार चल रहे थे उन पर चला फिरा भी नहीं जाता था और वह चलने के लिए वाकर का इस्तेमाल करते थे. किसी दौर में अमीन सयानी की लोकप्रियता बड़े गजब की थी और उनके बोलने का अंदाज इतना लाजवाब था कि इस बोलने के अंदाज़ ने उनको लोकप्रियता के शिखर तक पहुंचा दिया.
रेडियो पर जब उनका प्रोग्राम आता था और वह बोलते थे बहनों और भाइयों मैं अमीन सयानी बोल रहा हूं तो उनकी आवाज सुनने वाले की खुशी दोगुनी हो जाती थी क्योंकि एक ओर तो उसे रेडियो पर एक से बढ़कर एक उस समय के गीत सुनने को मिलते थे और दूसरी तरफ़ अमीन सयानी के बोलने का अंदाज ही काबिले तारीफ होता था.
अमीन सियानी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा भी था कि मैं चाहता था कि हर सुनने वाले को ऐसा लगे कि मैं उससे ही बात कर रहा हूं और मेरी यह चाहत पूरी हो गई. जिस दौर में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन फिल्मी दुनिया में चमकने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे तब अमीन सयानी ने उनको रिजेक्ट कर दिया था और उनसे मिलने से ही इनकार कर दिया था. दरअसल अमिताभ बच्चन मुंबई के रेडियो स्टूडियो में ऑडिशन देने पहुंचे और बिना अपॉइंटमेंट के ही वह अमीन सयानी से मिलने उनके ऑफिस चले गए जिस पर अमीन सयानी ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था.
अमीन सियानी को अपनी आवाज की बदौलत कई बड़े अवॉर्ड से भी नवाजा गया. बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि अमीन सयानी दरअसल सिंगर बनना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने काफी कोशिश भी की लेकिन बाद में वह रेडियो की दुनिया में अपनी आवाज में बोलने के अंदाज से ही मशहूर हो गए. जिस शो से अमीन सयानी पॉपुलर हुए वह शो करीब 40 साल तक चला और शो का नाम था बिनाका गीतमाला जो रेडियो पर आता था. अमीन सियानी के घर में भी एक साहित्यिक माहौल था जिसका अमीन सयानी की जिंदगी पर गहरा प्रभाव पड़ा जो जिंदगी भर उनके काम आया.बॉलीवुड में जिस तरह दिलीप साहब की एक्टिंग की नकल करके कई एक्टर कामयाब तो हो गए मगर उनके जैसी अदाकारी आज तक कोई नहीं कर सका इसी तरह से रेडियो की दुनिया में कई ऐसे लोग आए कि जिन्होंने अमीन सयानी के अंदाज की नकल करने की पूरी कोशिश की लेकिन उनकी कामयाबी और उस बुलंदी तक कोई नहीं पहुंच सका.