हिन्दुओ ने ही नहीं रामायण में श्रीराम का किरदार निभाने पर मुसलमानों ने भी की प्रशंसा
प्रसिद्ध अभिनेता अरुण गोविल से गोल्डन टाइम्स की बातचीत
मुंबई(शिब्ली रामपुरी) जिस समय मशहूर सीरियल रामायण आता था वह दौर आपने देखा होगा कि किस तरह से लोग इस सीरियल को देखते थे और इस सीरियल में श्रीराम का रोल निभाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता अरुण गोविल को इस सीरियल से वह शोहरत मिली थी कि जो आज तक कायम है. रामायण में श्रीराम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल का जहां भी जाते हैं बड़ा सम्मान होता है क्योंकि उन्होंने किरदार ही ऐसा निभाया था. इतने बरसों बाद भी लोग उनके रामायण में किए गए अभिनय को याद करते हैं और उनके सम्मान में कोई कमी नहीं आई है इसके लिए वह खुद को खुशनसीब समझते हैं.
मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रेस वार्ता में गोल्डन टाइम्स की ओर से वरिष्ठ पत्रकार शिबली रामपुरी ने उनसे कई सवाल किए. जिसका उन्होंने बहुत ही बेबाकी से जवाब दिया.
अरुण गोविल से सवाल किया गया कि आपने रामायण में श्रीराम का जो किरदार निभाया था उसे लोग आज तक याद करते हैं और आपका इस किरदार निभाने की वजह से बड़ा सम्मान होता है लेकिन आपके इस किरदार के बाद ऐसा ही किरदार न जाने कितने कलाकारों द्वारा निभाया गया मगर उन्होंने अपने अभिनय से ऐसी छाप नहीं छोड़ी जैसी शोहरत और सम्मान आपको मिला.इस पर अरुण गोविल ने कहा कि देखिए मुझ पर श्रीराम की कृपा रही जो मुझे यह किरदार करने का मौका मिला और इतना प्रसिद्ध हुआ. उन्होंने बताया कि रामायण में श्रीराम का किरदार निभाने पर मुझे सिर्फ हिंदू समाज की ओर से ही प्रशंसा नहीं मिली बल्कि मुझे मुस्लिम समाज के बहुत ऐसे लोग मिले जिन्होंने मेरी खूब प्रशंसा की और कहा कि आपने जबरदस्त तरीके का कार्य किया है.
आज क्या अधिकतर फिल्म वाले या टीवी धारावाहिक बनाने वाले लोग पैसे पर ही फोकस करते हैं और उनका उद्देश्य सिर्फ पैसा कमाना ही रह गया है तो इस पर अरुण गोविल का स्पष्ट शब्दों में कहना था कि देखिए ऐसा नहीं है कि सभी पैसा कमाने की भाग दौड़ में लगे हुए हैं बहुत ऐसे लोग हैं जो आज भी बहुत अच्छा करना चाहते हैं और कर भी रहे हैं.
आज के युवा टैलेंटेड कलाकारों को आप कुछ कहना चाहेंगे तो इस पर अरुण गोविल ने कहा कि देखिए किरदार कोई भी हो उसे अच्छी तरह से निभाना चाहिए तभी आपकी योग्यता आपकी काबिलियत सामने आएगी और लोग आपकी प्रशंसा करेंगे और आप लंबे वक्त तक याद किए जाएंगे लेकिन ऐसा तभी होगा जब आप अपने काम के प्रति पूरी तरह समर्पित होंगे और सच्ची लगन और मेहनत से कार्य करेंगे.